1-सर्वाधिकार सुरक्षित हैं ।
2-बिना अनुमति के किसी भी अंश का प्रकाशन नहीं किया जा सकता ।
3-शैक्षिक उद्देश्यों के लिए सरकार से मान्यता प्राप्त संस्थाओं को अनुमति दी जा सकती है ।
4-हमारा उद्देश्य केवल सत्साहित्य का प्रचार एवं प्रसार है।
सुकेश साहनी
sahnisukesh@gmail.com
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*1-दूर –कहीं दूर/ शशि पाधा*
*अँधेरे में टटोलती हूँ*
*बाट जोहती आँखें*
*मुट्ठी में दबाए*
*शगुन के रुपये*
*सिर पर धरे हाथों का*
*कोमल अहसास*
*सुबह ...
1 hour ago
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