Thursday, May 3, 2007

बैल


वह फूट फूटकर रोने लगा ।
“इसके दिमाग में गोबर भरा है गोबर” -विमला ने मिक्की की किताब को मेज पर पटका और पति को सु्नाते हुए पिनपिनाई , ‘मुझसे और अधिक सिर नहीं खपाया जाता इसके।मिसेज आनन्द का बंटी भी तो पांच साल का ही है, उस दिन किटी पार्टी में उन्होंने सबके सामने उससे कुछ क्वेश्चन पूछे---वह ऐसे फटाफट अंग्रेजी बोला कि हम सब देखती रह गईं। एक अपने बच्चे हैं---’’
“ मिक्की! इधर आओ।’’
वह किसी अपराधी की तरह अपने पिता के पास आ खड़ा हुआ ।
“हाउ इज़ फूड गुड फार अस? जवाब दो बोलो।”
“इट मेक्स अस स्ट्रांग, एक्टिव एंड हैल्पस अस टू----टू---टूऊ ”
“क्या टू - टू लगा रखी है! एक बार में क्यों नहीं बोलते?” उसने आँखें निकालीं, “एंड हैल्प्स अस टू ग्रो।”
“ इट मेक्स असटांग---” वह रुआँसा हो गया।
“ असटांग !! यह क्या होता है, बोलो----‘ स्ट्रोंग’----‘ स्ट्रोंग’----तुम्हारा ध्यान किधर रहता है---हँय ?” उसने मिक्की के कान उमेठ दिए।
“इट मेक्स स्टांग---” उसकी आंखों से आँसू छलक पड़े।
“यू-एस---‘अस’ कहाँ गया । खा गए ! ” तड़ाक से एक थप्पड़ उसके गालों पर जड़ता हुआ वह दहाड़ा, “ मैं आज तुम्हें छोड़ूँगा नहीं---”
“फूड स्टांग अस---”
“क्या ? वह मिक्की को बालों से झिंझोड़ते हुए चीखा ।
“ पापा ! मारो नहीं---अभी बताता हूँ---बताता हूँ --- स्ट्रोंग ---फूड---अस---इट---हाऊ---इज़---” वह फूट फूटकर रोने लगा ।
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