Wednesday, May 9, 2007

कम्प्यूटर

पलक झपकते ही वह खूबसूरत युवती र्में तब्दील हो गया। फिर सम्मोहित कर देने वाले नारी स्वर में बोला, दो संप्रदायों की उग्र भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा,जिसके कारण बीस लोगों को चोटें आई है। एहतियात के तौर पर शहर के बारह थाना क्षेत्रों में कर्फ़्यू लगा दिया गया है।

भीड़ से तेज भनभनाहट उभरी। नदी-नालों में बह-बहकर आ रहे अधजले शवों को लेकर जनता में भारी रोष व्याप्त्त था।

वह बिजली के बल्ब की तरह दो-तीन बार जला-बुझा, फिर गृहमंत्री के रूप में सामने आकर आवाज़ में मिश्री घोलते हुए बोला, कृपया अफवाहों पर ध्यान न दें। जहाँ तक नदी-नालों में बहकर आ रहे अधजले शवों का प्रश्न है तो कोई नई बात नहीं है। देश के कुछ भाइयों का मानना है कि अंतिम संस्कार के दौरान अधजले शव को नदी में बहा दिया जाए तो मृतात्मा को मुक्ति मिल जाती है। ये शव को इसी प्रकार के हैं। हम अपने देशवासियों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हैं।

भीड़ से फिर तेज शोर उठा।

वह बिजली की-सी तेजी से देश के सबसे बड़े शाही इमाम के रूप में बाद्ल और बोला, मैंने दंगाग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया है, सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं, आप शांति बनाए रखें ।

भीड़ के एक भाग से अभी भी रोषभरी आवाज़ें उठ रही थीं ।

देखते ही देखते वह देश के सबसे बड़े महंत के रुप में सामने आकर कहने लगा, मैंने अभी-अभी दंगाग्रस्त क्षेत्रों में रह रहे भाइयों से बातचीत की है। उनको सरकार से कोई शिकायत नहीं है।

भीड़ छँटने लगी थी।

तभी विचित्र बात हुई। राजनीतिक कारणों से सरकार बर्खास्त कर दिए जाने की बात आग की तरह चारों ओर फैल गई थी।

लोग फिर उसके सामने जमा होने लगे। इस बार वह भाई-भाई नामक फीचर फिल्म के रूप में दौड़े जा रहा था।

हमें फिल्म नहीं चाहिए! भीड़ में से किसी ने कहा।

बर्खास्त सरकार के बारे में बताओ1कोई दूसरा चिल्लाया।

धर्मस्थल के बारे में बताओ!! किसी तीसरे ने चिल्लाकर कहा।

वह उनकी चीख-चिल्लाहट की परवाह किए बिना फिल्म के रूप में दौड़ता रहा।

पढ़े-लिखे बेरोजगार युवक गुस्से में भर कर उसकी ओर बढ़ने लगे। किसी ने आगे बढ़कर उसका कान उमेठ दिया। वह अदृश्य हो गया।

खाली---खाली---एमटि---एमटि--- अब केवल उसकी खरखराती आवाज़ सुनाई दी।

क्या बकवास है एक युवक दाँत पीसते हुए चिल्लाया।

डेटा फीड करो---डेटा फीड करो---डेटा फीड करो---डेटा फीड करो---डेटा फीड ---वह किसी टेप की तरह बजने लगा।

लोग हैरान थे। उनकी समझ में नहीं आ रहा था कि सरकार के बर्खास्त होते ही उसे क्या हो गया है!

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