1413-अंजू निगम की कविताएँ
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*अंजू निगम **की कविताएँ *
*1-बरखा*
बरखा की बूँदों ने जब भी
फैलाया था अपना आँचल
और जब बिखर रहे थे रंग
मेहँदी के, मेरे मन के आँगन में
तब लगा...
8 hours ago
4 comments:
उल्लेखनीय रिपोर्ट। बधाई।
Blog dekha. Shubhkamnayen.
Blog dekha.Shubhkamnayen.... Ratan Chand 'Ratnesh'
सच में जिन्दगी किताब जैसी है Iरिपोर्ट पठनीय व प्रेरक हैI बधाई है I
सुधा भार्गव
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